विकासनगर। बाहरी राज्यों से आये मजदूर अपने गांवों तक तो पहुंच गए। लेकिन पुलिस प्रशासन की सख्ती के चलते ये मजदूर अपने घरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। पुलिस ने इन मजदूरों को गांव के ही एक स्कूल में कोरंटाइन किया हुआ है। घर जाने की कई बार इच्छा कर रहे इन मजदूरों को पुलिस ने साफ कह दिया है कि जब तक लॉकडाउन है, तब तक जो जहां है, वहीं रहेगा।
बद्रीपुर मेदनीपुर क्षेत्र के 23 लोग कोरंटाइन केंद्रों में कई दिनों से भर्ती हैं। ये मजदूर पंजाब में मजदूरी करने गये थे। देश में लॉकडाउन के कारण मजदूरों को काम न मिलने के कारण ये लोग पंजाब से पैदल ही घरों को लौट गये। लेकिन यूपी की सीमा दर्रारीट पर ये लोग पुलिस की पकड़ में आ गये। पुलिस ने इन ग्रामीण मजदूरों को इन्हीं के गांव के राइंका बद्रीपुर मेदनीपुर में कोरंटाइन कर दिया। अपने ही घरों के पास इंटर कालेज में कोरंटाइन ये मजदूर परिजनों से भी नहीं मिल पा रहे हैं। लगातार ये अपने को स्वस्थ होने व घर जाने की मांग पुलिस से कर रहे हैं। लेकिन पुलिस ने इनको घर भेजने से साफ इंकार कर दिया है। पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान जो लोग बाहरी प्रदेशों से आये हैं, उनकी सुरक्षा व उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए उन्हें कोरंटाइन किया गया है। ऐसे में जो जहां पर है वहीं पर रहेगा। जब तक लॉकडाउन नहीं खुलता, तब तक वे अपने घरों को नहीं जा सकते। चैकी प्रभारी धर्मावाला का कहना है कि पुलिस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। इसलिए बाहरी प्रदेशों से आये लोगों को कोरंटाइन में ही रहना होगा।